साहित्यिक आंदोलन
साहित्यिक आंदोलन एक ऐसा प्रक्रिया है जिसमें लेखक और कवि अपने विचारों, भावनाओं और सामाजिक मुद्दों को साहित्य के माध्यम से व्यक्त करते हैं। यह आंदोलन विभिन्न समयों और स्थानों पर उभरा है, जैसे कि प्रगतिशील साहित्य आंदोलन और छायावाद। इन आंदोलनों का उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना और साहित्य को एक सशक्त माध्यम बनाना है।
इन आंदोलनों के दौरान, साहित्यकारों ने अपने लेखन के माध्यम से सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया। कविता, उपन्यास और निबंध जैसे विभिन्न साहित्यिक रूपों का उपयोग करके, उन्होंने समाज में बदलाव लाने की कोशिश की। साहित्यिक आंदोलन ने न केवल साहित्य को समृद्ध किया, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में भी मदद की।