संस्कृत नाटक
संस्कृत नाटक भारतीय नाट्य परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो प्राचीन काल से विकसित हुआ है। यह नाटक मुख्यतः भास, कालिदास और श्रृंगार जैसे महान नाटककारों द्वारा लिखे गए थे। संस्कृत नाटकों में कथाएँ, संवाद और नृत्य का समावेश होता है, जो दर्शकों को मनोरंजन के साथ-साथ शिक्षा भी प्रदान करते हैं।
संस्कृत नाटक का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि धर्म, नैतिकता और सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालना भी है। इन नाटकों में राग और ताल का उपयोग किया जाता है, जिससे प्रदर्शन और भी आकर्षक बनता है। संस्कृत नाटक भारतीय संस्कृति और साहित्य का एक अमूल्य हिस्सा हैं।