महावीर
महावीर, जिन्हें जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर के रूप में जाना जाता है, का जन्म लगभग 599 ईसा पूर्व में वैशाली के पास हुआ था। उनका असली नाम वर्धमान था। महावीर ने 30 वर्ष की आयु में तप और साधना के बाद निर्वाण प्राप्त किया और फिर उन्होंने अहिंसा, सत्य, और अपरिग्रह के सिद्धांतों का प्रचार किया।
महावीर का जीवन और शिक्षाएँ जैन धर्म के अनुयायियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने समाज में समानता और शांति का संदेश फैलाया। उनकी शिक्षाएँ आज भी लोगों को नैतिकता और आत्म-नियंत्रण की ओर प्रेरित करती हैं। महावीर का योगदान भारतीय संस्कृति और धर्म में महत्वपूर्ण है।