नारी लेखन
नारी लेखन एक साहित्यिक प्रवृत्ति है जिसमें महिलाएँ अपने अनुभवों, विचारों और भावनाओं को व्यक्त करती हैं। यह लेखन न केवल व्यक्तिगत दृष्टिकोण को उजागर करता है, बल्कि समाज में महिलाओं की स्थिति और उनके अधिकारों पर भी प्रकाश डालता है।
इस लेखन में विभिन्न शैलियाँ शामिल होती हैं, जैसे कि कविता, कहानी, निबंध और उपन्यास। साहित्यकार जैसे महादेवी वर्मा और सिमोन द बोउवार ने नारी लेखन को नई दिशा दी है, जिससे यह एक महत्वपूर्ण साहित्यिक आंदोलन बन गया है।