अर्धमागधी
अर्धमागधी एक प्राचीन भारतीय भाषा है, जो मुख्य रूप से जैन और बौद्ध ग्रंथों में उपयोग की गई थी। यह भाषा प्राकृत भाषाओं के समूह में आती है और इसकी उत्पत्ति मागधी भाषा से हुई है। अर्धमागधी का उपयोग धार्मिक और दार्शनिक साहित्य में किया गया, जिससे यह भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखती है।
इस भाषा का विकास महावीर और गौतम बुद्ध के समय के आसपास हुआ था। अर्धमागधी का प्रयोग जैन और बौद्ध अनुयायियों द्वारा उनके उपदेशों और शिक्षाओं को लिखने के लिए किया गया। यह भाषा आज भी जैन साहित्य में महत्वपूर्ण है और इसकी अध्ययन से प्राचीन भारतीय विचारधारा को समझने में मदद मिलती है।