ह्यूमन जीनोम प्रोजेक्ट
ह्यूमन जीनोम प्रोजेक्ट एक अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक प्रयास था, जिसका उद्देश्य मानव जीनोम का पूरा अनुक्रमण करना था। यह परियोजना 1990 में शुरू हुई और 2003 में पूरी हुई। इसके तहत मानव DNA के लगभग 3 बिलियन बेस पेयर की पहचान की गई, जिससे यह समझने में मदद मिली कि जीन कैसे कार्य करते हैं और मानव स्वास्थ्य पर उनका क्या प्रभाव होता है।
इस परियोजना ने चिकित्सा, आनुवंशिकी और बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की। ह्यूमन जीनोम प्रोजेक्ट ने जीन संबंधी बीमारियों की पहचान और उपचार के लिए नए रास्ते खोले। इसके परिणामस्वरूप, वैज्ञानिकों को जीनोम के अध्ययन में नई तकनीकों और विधियों का विकास करने का अवसर मिला।