स्वार्थ (Self-Interest)
स्वार्थ (Self-Interest) एक ऐसा सिद्धांत है जिसमें व्यक्ति अपने लाभ और भलाई को प्राथमिकता देता है। यह मानव व्यवहार का एक स्वाभाविक हिस्सा है, जहाँ लोग अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों और इच्छाओं को पूरा करने के लिए कार्य करते हैं। स्वार्थ का यह दृष्टिकोण अक्सर आर्थिक और सामाजिक निर्णयों में देखा जाता है।
हालांकि, स्वार्थ का सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलू हो सकता है। सकारात्मक रूप में, यह व्यक्ति को प्रेरित कर सकता है, जबकि नकारात्मक रूप में, यह दूसरों के अधिकारों और भलाई को नजरअंदाज कर सकता है। अर्थशास्त्र में, स्वार्थ को अक्सर मार्केट के सिद्धांतों से जोड़ा जाता है, जहाँ व्यक्तियों के स्वार्थी व्यवहार से समग्र विकास होता है।