स्वामी दयानंद सरस्वती
स्वामी दयानंद सरस्वती (1824-1883) एक प्रमुख भारतीय समाज सुधारक और धार्मिक नेता थे। उन्होंने आर्य समाज की स्थापना की, जिसका उद्देश्य भारतीय समाज में सुधार लाना और अंधविश्वास को समाप्त करना था। वे वेदों के प्रति अपनी निष्ठा के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने हिंदू धर्म में पुनर्जागरण का कार्य किया।
स्वामी दयानंद ने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और महिलाओं के अधिकारों के लिए भी आवाज उठाई। उन्होंने संस्कृत और हिंदी में कई पुस्तकें लिखीं, जिनमें वेदों की व्याख्या शामिल है। उनके विचारों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।