सिंबोलिज़्म
सिंबोलिज़्म एक साहित्यिक और कलात्मक आंदोलन है जो 19वीं सदी के अंत में उभरा। यह आंदोलन प्रतीकों और संकेतों के माध्यम से गहरी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने पर केंद्रित था। सिंबोलिज़्म के कलाकार और लेखक अक्सर सीधे शब्दों में नहीं, बल्कि प्रतीकों के माध्यम से अपने संदेश को संप्रेषित करते थे।
इस आंदोलन का उद्देश्य वास्तविकता को एक नए दृष्टिकोण से देखना था। सिंबोलिज़्म में, रंग, रूप और ध्वनि का उपयोग करके एक विशेष अनुभव या भावना को व्यक्त किया जाता है। यह शैली कविता और चित्रकला में विशेष रूप से लोकप्रिय थी, जिसमें चार्ल्स बोडलेर और गुस्ताव मोरो जैसे कलाकार शामिल थे।