वेलवेट क्रांति
वेलवेट क्रांति, जिसे चेक गणराज्य में 1989 में हुई एक शांतिपूर्ण क्रांति के रूप में जाना जाता है, ने कम्युनिस्ट शासन को समाप्त किया। यह आंदोलन मुख्यतः छात्रों, कलाकारों और नागरिकों द्वारा आयोजित किया गया था, जिन्होंने लोकतंत्र और मानवाधिकारों की मांग की।
इस क्रांति का आरंभ 11 नवंबर 1989 को एक छात्र प्रदर्शन से हुआ, जो धीरे-धीरे बड़े पैमाने पर जन आंदोलन में बदल गया। अंततः, 1989 के अंत तक, कम्युनिस्ट सरकार ने इस्तीफा दे दिया और वाक्लाव हावेल को राष्ट्रपति चुना गया, जिससे चेक गणराज्य में लोकतांत्रिक परिवर्तन की शुरुआत हुई।