वीर रस
वीर रस, जिसे "वीरता का रस" भी कहा जाता है, भारतीय काव्य और साहित्य में एक महत्वपूर्ण भाव है। यह भाव साहस, बलिदान और युद्ध की भावना को दर्शाता है। वीर रस में नायक की शक्ति, उसकी बहादुरी और संघर्ष की कहानियाँ होती हैं, जो पाठकों को प्रेरित करती हैं।
इस रस का उपयोग अक्सर महाकाव्य जैसे रामायण और महाभारत में किया गया है, जहाँ नायकों की वीरता और उनके अद्वितीय कार्यों का वर्णन होता है। वीर रस का उद्देश्य पाठकों में देशभक्ति और साहस की भावना जगाना है, जिससे वे अपने जीवन में भी साहसिकता को अपनाएँ।