राजेंद्र चोल
राजेंद्र चोल, चोल साम्राज्य का एक प्रमुख सम्राट, 1014 से 1044 ईस्वी तक शासन किया। वह राजा चोल के पुत्र थे और अपने पिता की तरह एक महान योद्धा और प्रशासक थे। उन्होंने दक्षिण भारत में अपने साम्राज्य का विस्तार किया और दक्षिण पूर्व एशिया में भी विजय प्राप्त की।
राजेंद्र चोल ने कावेरी नदी के किनारे तंजावुर में एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया, जो उनकी धार्मिक आस्था को दर्शाता है। उनके शासनकाल में कला और संस्कृति को भी बढ़ावा मिला, जिससे चोल कला का विकास हुआ। उनकी उपलब्धियों ने भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया।