यूरोपीय चित्रकला
यूरोपीय चित्रकला एक समृद्ध और विविध कला रूप है, जो यूरोप के विभिन्न देशों में विकसित हुई। इसकी शुरुआत प्राचीन काल से हुई, लेकिन मध्यकालीन और रिनेसां काल में इसे विशेष पहचान मिली। इस दौरान, कलाकारों ने धार्मिक और दृश्य विषयों पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे चित्रकला में गहराई और भावनात्मकता आई।
रिनेसां के बाद, बारोक और रोकोको जैसे शैलियों ने चित्रकला को और भी विकसित किया। इम्प्रेशनिज़्म और एक्सप्रेशनिज़्म जैसे आधुनिक आंदोलनों ने चित्रकला में नए प्रयोग किए। यूरोपीय चित्रकला ने न केवल कला की दुनिया को प्रभावित किया, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भों में भी महत्वपूर्ण भूमिका