पातंजलि
पातंजलि एक प्राचीन भारतीय ऋषि और योग के सिद्धांतों के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्हें योग सूत्र के लेखक माना जाता है, जो योग के अभ्यास और दर्शन का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। पातंजलि ने योग को आठ अंगों में विभाजित किया, जिसमें यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, और समाधि शामिल हैं।
पातंजलि का योगदान केवल योग तक सीमित नहीं है; उन्हें व्याकरण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण माना जाता है। उनके द्वारा लिखित महाभाष्य संस्कृत व्याकरण का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो भाषा के अध्ययन में गहराई प्रदान करता है। पातंजलि की शिक्षाएँ आज भी लोगों के जीवन में प्रासंगिक हैं।