तत्त्वार्थसूत्र
तत्त्वार्थसूत्र, जिसे आचार्य उमास्वामी द्वारा लिखा गया है, जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। यह ग्रंथ जैन दर्शन के मूल सिद्धांतों को संक्षेप में प्रस्तुत करता है और आत्मा, कर्म, और मोक्ष के विषय में गहन विचार करता है।
इसमें तत्त्व (सत्य) और अतत्त्व (असत्य) के बीच का अंतर स्पष्ट किया गया है। तत्त्वार्थसूत्र का उद्देश्य पाठकों को जीवन के सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना और जैन धर्म के सिद्धांतों को समझाना है।