जैन दर्शन
जैन दर्शन एक प्राचीन भारतीय धर्म है, जो अहिंसा, सत्य, और आत्म-नियंत्रण पर जोर देता है। इसके अनुयायी, जिन्हें जैन कहा जाता है, मानते हैं कि आत्मा का उद्धार केवल ज्ञान और तप से संभव है। जैन धर्म में तीर्थंकर की पूजा की जाती है, जो आत्मज्ञान प्राप्त कर चुके हैं और दूसरों को मोक्ष की राह दिखाते हैं।
जैन दर्शन में पंच महाव्रत का पालन किया जाता है, जिसमें अहिंसा, सत्य, अस्तेय (चोरी न करना), ब्रह्मचर्य (संयम), और अपरिग्रह (अवश्यकता से अधिक संपत्ति न रखना) शामिल हैं। जैन धर्म में साधना और ध्यान का विशेष महत्व है, जिससे व्यक्ति अपने भीतर की शांति और ज्ञान को प्राप्त कर सकता है।