झारखंडी कारीगरी
झारखंडी कारीगरी, झारखंड राज्य की विशेष हस्तकला है, जो स्थानीय संसाधनों का उपयोग करके बनाई जाती है। इसमें मुख्य रूप से बांस, लकड़ी, और कच्चे धातु का उपयोग होता है। कारीगर अपनी पारंपरिक तकनीकों का उपयोग करते हुए सुंदर और उपयोगी वस्तुएं बनाते हैं, जैसे कि बांस की टोकरी, लकड़ी के खिलौने, और धातु के बर्तन।
इस कारीगरी में स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का गहरा प्रभाव होता है। झारखंडी कारीगर अपने काम में आदिवासी कला के तत्वों को शामिल करते हैं, जिससे हर वस्तु में एक अनूठा सौंदर्य और कहानी होती है। यह कारीगरी न केवल आर्थिक विकास में सहायक है, बल्कि यह झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित करती