जैन ग्रंथों
जैन ग्रंथों में जैन धर्म के सिद्धांत, उपदेश और इतिहास का संग्रह होता है। इनमें प्रमुख ग्रंथ आगम और तत्त्वार्थसूत्र शामिल हैं, जो जैन दर्शन और आचारों का विस्तृत वर्णन करते हैं। ये ग्रंथ जैन अनुयायियों के लिए धार्मिक और नैतिक मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
इन ग्रंथों का अध्ययन जैन संस्कृति और परंपराओं को समझने में मदद करता है। जैन धर्म के अनुयायी इन ग्रंथों को श्रद्धा के साथ पढ़ते हैं और अपने जीवन में उनके सिद्धांतों को अपनाते हैं। जैन ग्रंथों का महत्व न केवल धार्मिक है, बल्कि यह भारतीय साहित्य और दर्शन में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है।