जमींदारी
जमींदारी एक प्राचीन भूमि व्यवस्था है, जिसमें जमींदारों को भूमि के बड़े हिस्से का स्वामित्व होता था। ये जमींदार किसान से फसल का एक हिस्सा लेते थे और उन्हें अपनी भूमि पर काम करने के लिए श्रमिकों की आवश्यकता होती थी। जमींदारी प्रणाली मुख्यतः भारत में ब्रिटिश राज के दौरान प्रचलित थी।
इस व्यवस्था के तहत, जमींदारों को सरकार द्वारा भूमि कर का भुगतान करना होता था। जमींदारी के कारण किसानों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया, जिससे कई सामाजिक और आर्थिक समस्याएँ उत्पन्न हुईं। अंततः, भारत में 1950 के दशक में जमींदारी प्रथा को समाप्त कर दिया गया।