अथर्ववेद
अथर्ववेद वेदों में से एक प्रमुख वेद है, जो प्राचीन भारतीय साहित्य का हिस्सा है। यह वेद मुख्यतः मंत्रों, प्रार्थनाओं और औषधियों से भरा हुआ है, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं को संबोधित करता है। इसमें सामाजिक, धार्मिक और चिकित्सा ज्ञान का समावेश है।
अथर्ववेद में कुल 20 कांड हैं, जिनमें से प्रत्येक में विभिन्न प्रकार के मंत्र और श्लोक शामिल हैं। यह वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद के साथ वेदों के चार प्रमुख समूहों में से एक है। इसकी रचनाएँ आम जीवन, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए उपयोगी मानी जाती हैं।