अत्यधिक राष्ट्रवाद
अत्यधिक राष्ट्रवाद एक ऐसा विचारधारा है जिसमें व्यक्ति या समूह अपने देश या राष्ट्र को अन्य सभी देशों से ऊपर मानते हैं। यह भावना अक्सर राष्ट्रीय पहचान, संस्कृति और इतिहास के प्रति गहरी निष्ठा से जुड़ी होती है। अत्यधिक राष्ट्रवादी लोग अपने देश की उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं और अन्य देशों की आलोचना करते हैं।
इस प्रकार का राष्ट्रवाद कभी-कभी समाज में विभाजन और संघर्ष का कारण बन सकता है। जब लोग अपने देश को सर्वोच्च मानते हैं, तो वे अन्य संस्कृतियों और विचारधाराओं को नजरअंदाज कर सकते हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय संबंधों में तनाव और युद्ध जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि विश्व युद्ध के समय देखा गया था।