अंधा युग
"अंधा युग" एक प्रसिद्ध हिंदी नाटक है, जिसे धर्मवीर भारती ने लिखा है। यह नाटक महाभारत के युद्ध के बाद की स्थिति को दर्शाता है, जब कुरुक्षेत्र की भूमि पर विजय के बाद भी मानवता की हार होती है।
इस नाटक में मुख्य रूप से धृतराष्ट्र, गांधारी, और कृष्ण जैसे पात्रों के माध्यम से युद्ध के परिणामों और नैतिकता के मुद्दों पर चर्चा की गई है। "अंधा युग" मानवता के अंधकार और नैतिक पतन को उजागर करता है, जो युद्ध के बाद की निराशा को दर्शाता है।