हिब्रू वर्णमाला
हिब्रू वर्णमाला, जिसे हिब्रू में "अल्फ़ाबेट" कहा जाता है, 22 अक्षरों से बनी है। यह वर्णमाला दाएँ से बाएँ लिखी जाती है और इसका उपयोग हिब्रू भाषा, यहूदी धर्म की धार्मिक ग्रंथों, और अन्य साहित्यिक कार्यों में किया जाता है।
हिब्रू वर्णमाला में कोई स्वराक्षर नहीं होते हैं, लेकिन स्वर को दर्शाने के लिए विशेष संकेतों का उपयोग किया जाता है। यह वर्णमाला प्राचीन यहूदी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसकी जड़ें प्राचीन सेमिटिक भाषाओं में पाई जाती हैं।