हास्य-व्यंग्य
हास्य-व्यंग्य एक साहित्यिक शैली है जिसमें हास्य और व्यंग्य का मिश्रण होता है। इसका उद्देश्य समाज की कमियों और विसंगतियों को मजेदार तरीके से उजागर करना है। इस शैली में लेखक अपने विचारों को चुटीले और मजेदार तरीके से प्रस्तुत करते हैं, जिससे पाठक को हंसने के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर किया जाता है।
इस शैली में कविता, निबंध, और कहानी जैसे विभिन्न रूपों का उपयोग किया जा सकता है। हास्य-व्यंग्य का प्रयोग अक्सर सामाजिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक मुद्दों पर टिप्पणी करने के लिए किया जाता है। यह न केवल मनोरंजन करता है, बल्कि समाज में सुधार की दिशा में भी प्रेरित करता है।