सुबह की नमाज़
सुबह की नमाज़, जिसे फज्र नमाज़ भी कहा जाता है, इस्लाम में पहली नमाज़ है जो सुबह के समय अदा की जाती है। यह नमाज़ सुबह की पहली रोशनी से पहले और सूरज उगने से पहले पढ़ी जाती है। फज्र नमाज़ में दो रकात होती हैं और इसे अदा करने से पहले वुज़ू करना आवश्यक है।
सुबह की नमाज़ का महत्व बहुत अधिक है। इसे अदा करने से व्यक्ति को अल्लाह की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह नमाज़ दिन की शुरुआत में आत्मिक शांति और ताजगी प्रदान करती है, जिससे व्यक्ति अपने दिन की चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर सकता है।