फज्र
फज्र, जिसे अंग्रेजी में "Fajr" कहा जाता है, इस्लाम में पहली नमाज़ है जो सुबह के समय अंधेरा खत्म होने के बाद अदा की जाती है। यह नमाज़ सुबह की नमाज़ के रूप में जानी जाती है और इसे इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक माना जाता है। फज्र की नमाज़ में दो रकात होती हैं और इसे सूरज उगने से पहले अदा करना आवश्यक है।
फज्र की नमाज़ का महत्व बहुत अधिक है, क्योंकि यह दिन की शुरुआत का प्रतीक है और मुसलमानों को अल्लाह की याद दिलाती है। इसे अदा करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक शांति और ऊर्जा मिलती है। फज्र की नमाज़ के बाद, आमतौर पर कुरान की तिलावत की जाती है, जो इस्लामिक शिक्षाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।