साइरिलिक
साइरिलिक एक लिपि है जो मुख्य रूप से रूस, बुल्गारिया, और अन्य पूर्वी यूरोप और मध्य एशिया के देशों में उपयोग की जाती है। इसे 9वीं सदी में सेंट सायरिल और सेंट मेथोडियस द्वारा विकसित किया गया था। यह लिपि ग्रीक लिपि से प्रेरित है और इसमें 30 से अधिक अक्षर होते हैं, जो विभिन्न ध्वनियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
साइरिलिक लिपि का उपयोग कई भाषाओं के लिए किया जाता है, जैसे रूसी, उज़्बेक, और सर्बियाई। यह लिपि आज भी कई देशों में आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त है और डिजिटल संचार में भी इसका व्यापक उपयोग होता है। साइरिलिक लिपि की विशेषता इसकी सरलता और