संप्रदायवाद
संप्रदायवाद एक सामाजिक और राजनीतिक विचारधारा है, जिसमें विभिन्न धार्मिक या सांस्कृतिक समूहों के बीच भेदभाव और विभाजन को बढ़ावा दिया जाता है। यह अक्सर एक विशेष समूह की पहचान को प्राथमिकता देने और अन्य समूहों के खिलाफ पूर्वाग्रह उत्पन्न करने के लिए उपयोग किया जाता है।
इस विचारधारा का प्रभाव समाज में तनाव और संघर्ष पैदा कर सकता है, जिससे सामूहिक एकता में कमी आती है। भारत जैसे विविधता वाले देशों में, संप्रदायवाद का मुकाबला करने के लिए सहिष्णुता और संवाद को बढ़ावा देना आवश्यक है।