रेडियोधर्मी
रेडियोधर्मी एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें कुछ तत्व अपने नाभिक में अस्थिरता के कारण ऊर्जा और कणों को उत्सर्जित करते हैं। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से यूरेनियम, थोरियम और प्लूटोनियम जैसे भारी तत्वों में होती है। रेडियोधर्मी तत्वों का उपयोग चिकित्सा, ऊर्जा उत्पादन और वैज्ञानिक अनुसंधान में किया जाता है।
रेडियोधर्मी विकिरण तीन प्रकार के होते हैं: अल्फा, बीटा और गामा विकिरण। अल्फा कण भारी होते हैं, जबकि बीटा कण हल्के होते हैं। गामा विकिरण उच्च ऊर्जा की होती है। इन विकिरणों का मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए सुरक्षा उपायों का पालन करना आवश्यक है।