मुरासाकी शिकिबु
मुरासाकी शिकिबु एक प्रसिद्ध जापानी लेखिका हैं, जिन्हें मुख्य रूप से उनकी काव्यात्मक उपन्यास गेंजी मोनोगातारी के लिए जाना जाता है। यह उपन्यास, जिसे "गेंजी का कहानी" भी कहा जाता है, 11वीं सदी में लिखा गया था और इसे विश्व का पहला उपन्यास माना जाता है। मुरासाकी शिकिबु का जीवन और कार्य जापान की सम्राज्ञी संस्कृति को दर्शाते हैं।
उनका लेखन न केवल साहित्यिक महत्व रखता है, बल्कि यह हेियन काल की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को भी उजागर करता है। मुरासाकी शिकिबु की रचनाएँ महिलाओं की भूमिका और उनके अनुभवों को समझने में मदद करती हैं। उनकी कृतियों ने जापानी साहित्य पर गहरा प्रभाव डाला है और आज भी अध्ययन का विषय बनी हुई हैं।