मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा
"मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा" United Nations द्वारा 10 दिसंबर 1948 को Paris में अपनाई गई थी। यह घोषणा मानवाधिकारों के मूल सिद्धांतों को स्पष्ट करती है, जो सभी मनुष्यों के लिए समान और अविभाज्य हैं। इसमें जीवन, स्वतंत्रता, और सुरक्षा का अधिकार शामिल है।
इस घोषणा का उद्देश्य सभी देशों में मानवाधिकारों की रक्षा करना और उन्हें बढ़ावा देना है। यह विभिन्न अधिकारों जैसे कि विचार, धर्म, और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मान्यता देती है। यह दस्तावेज़ मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।