मानववाद
मानववाद एक दार्शनिक और सामाजिक विचारधारा है जो मानव के मूल्य, स्वतंत्रता और अधिकारों पर केंद्रित है। यह विचारधारा मानती है कि मानव जीवन का उद्देश्य व्यक्तिगत विकास और सामाजिक भलाई है। मानववाद का उदय पुनर्जागरण के समय हुआ, जब लोगों ने धार्मिकता के बजाय मानवता पर ध्यान केंद्रित किया।
मानववाद में विज्ञान, कला और साहित्य का महत्वपूर्ण स्थान है। यह सार्वजनिक शिक्षा और समानता के सिद्धांतों को बढ़ावा देता है, जिससे समाज में सभी व्यक्तियों को समान अवसर मिलें। मानववाद का उद्देश्य एक ऐसा समाज बनाना है जहाँ सभी लोग अपने विचारों और क्षमताओं के अनुसार जी सकें।