भारतीय लोक कला
भारतीय लोक कला विभिन्न सांस्कृतिक परंपराओं और समुदायों का एक समृद्ध संग्रह है। यह कला रूप आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में विकसित हुई है और इसमें पेंटिंग, नृत्य, संगीत, और हस्तशिल्प शामिल हैं। प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशेष शैली और तकनीक होती है, जो स्थानीय जीवन, मान्यताओं और परंपराओं को दर्शाती है।
लोक कला का उद्देश्य न केवल सौंदर्य प्रदान करना है, बल्कि यह सामाजिक और धार्मिक संदेश भी संप्रेषित करती है। उदाहरण के लिए, मधुबनी पेंटिंग और वारली कला जैसी शैलियाँ विशेष अवसरों और त्योहारों से जुड़ी होती हैं। ये कला रूप भारतीय संस्कृति की विविधता और गहराई को उजागर करते हैं।