भगवान महावीर
भगवान महावीर, जिन्हें जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर के रूप में जाना जाता है, का जन्म लगभग 599 ईसा पूर्व में हुआ था। उनका असली नाम वर्धमान था, और उन्होंने अपने जीवन में अहिंसा, सत्य और संयम का प्रचार किया। महावीर ने ध्यान और साधना के माध्यम से आत्मज्ञान प्राप्त किया और जैन धर्म के सिद्धांतों को स्थापित किया।
महावीर का संदेश सभी जीवों के प्रति करुणा और अहिंसा का पालन करने पर जोर देता है। उन्होंने जैन धर्म के अनुयायियों को सिखाया कि आत्मा की मुक्ति के लिए सही आचरण और ज्ञान आवश्यक हैं। उनकी शिक्षाएँ आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।