बिद्यापति
बिद्यापति एक प्रसिद्ध मैथिली कवि और संत थे, जो 14वीं शताब्दी में जीवित थे। उन्हें कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और साहित्य में योगदान के लिए जाना जाता है। उनके गीतों में प्रेम, भक्ति और मानवता के विषयों को सरल और सुंदर भाषा में प्रस्तुत किया गया है।
उनकी रचनाएँ आज भी मैथिली साहित्य में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। बिद्यापति के काव्य में लोक संस्कृति और धार्मिक तत्वों का समावेश है, जो उन्हें एक अद्वितीय कवि बनाता है। उनकी रचनाएँ न केवल साहित्यिक मूल्य रखती हैं, बल्कि संस्कृति और परंपरा को भी समृद्ध करती हैं।