फिनो-उग्रीयन
फिनो-उग्रीयन एक भाषा परिवार है जो मुख्य रूप से फिनो-उग्रीयन भाषाएँ के अंतर्गत आती है। इसमें फिनिश, एस्टोनियाई, और हंगेरियन जैसी भाषाएँ शामिल हैं। ये भाषाएँ मुख्यतः उग्रीयन और फिनिश भाषाई समूहों में विभाजित होती हैं और इनका उद्भव उत्तरी यूरोप में हुआ है।
फिनो-उग्रीयन भाषाएँ अपनी विशेष व्याकरण और शब्दावली के लिए जानी जाती हैं। इनमें अविकारी विशेषताएँ होती हैं, जैसे कि शब्दों के अंत में परिवर्तन करके उनके अर्थ को बदलना। यह भाषा परिवार अपने अद्वितीय लक्षणों के कारण भाषाशास्त्रियों के लिए अध्ययन का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है।