प्रज्ञान
प्रज्ञान एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है "ज्ञान" या "बुद्धिमत्ता"। यह शब्द अक्सर भारतीय दर्शन में उपयोग किया जाता है, जहाँ इसे आत्मज्ञान या गहन समझ के संदर्भ में देखा जाता है। प्रज्ञान का संबंध वेदांत और योग जैसे प्राचीन ग्रंथों से भी है, जो मानव के आंतरिक ज्ञान और आत्मा की प्रकृति को समझने में मदद करते हैं।
प्रज्ञान का महत्व केवल शैक्षणिक ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन के विभिन्न पहलुओं में निर्णय लेने और समस्याओं को सुलझाने में भी सहायक होता है। यह व्यक्ति को अपने अनुभवों और अंतर्दृष्टियों के माध्यम से गहरी समझ विकसित करने में मदद करता है, जिससे वह अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।