नास्कार
नास्कार एक प्राचीन भारतीय परंपरा है, जो मुख्य रूप से योग और ध्यान के साथ जुड़ी हुई है। यह एक प्रकार की प्रार्थना या अभिवादन है, जिसमें व्यक्ति अपने मन और आत्मा को शांति और संतुलन में लाने का प्रयास करता है। नास्कार का अभ्यास अक्सर सुबह के समय किया जाता है, जब वातावरण शांत और ताजगी से भरा होता है।
इस प्रक्रिया में, व्यक्ति अपने शरीर को विभिन्न आसनों में लाता है और गहरी साँसें लेता है। नास्कार का उद्देश्य न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक विकास को भी प्रोत्साहित करना है। यह योग, ध्यान, और आध्यात्मिकता के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है।