धुंधाड़ी
धुंधाड़ी एक लोकप्रिय भारतीय लोक संगीत शैली है, जो मुख्य रूप से राजस्थान और पंजाब क्षेत्रों में प्रचलित है। यह संगीत शैली आमतौर पर उत्सवों, मेलों और पारंपरिक समारोहों में गाई जाती है। धुंधाड़ी में लोक गीतों के साथ-साथ नृत्य भी शामिल होता है, जो इसे और भी जीवंत बनाता है।
इस शैली में गाने अक्सर प्रेम, प्रकृति और ग्रामीण जीवन के विषयों पर आधारित होते हैं। धुंधाड़ी का संगीत साधारण वाद्ययंत्रों जैसे ढोल, मोरचंग और सारंगी के साथ प्रस्तुत किया जाता है। यह संगीत न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित करता है।