ढोल
ढोल एक पारंपरिक भारतीय संगीत वाद्य है, जो मुख्य रूप से भारत के विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है। यह एक गोलाकार आकार का होता है और इसके दोनों ओर चमड़े की तान होती है। ढोल को हाथों से बजाया जाता है और यह उत्सवों, समारोहों और धार्मिक आयोजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ढोल की धुनें आमतौर पर तेज और उत्साहवर्धक होती हैं, जो लोगों को नृत्य करने के लिए प्रेरित करती हैं। इसे विभिन्न प्रकार के संगीत शैलियों में शामिल किया जाता है, जैसे कि भांगड़ा और गिद्दा। ढोल का उपयोग न केवल मनोरंजन के लिए, बल्कि सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए भी किया जाता है।