द फ्लाईज
"द फ्लाईज" एक नाटक है जिसे जॉर्ज बर्नार्ड शॉ ने लिखा है। यह नाटक 1920 में प्रकाशित हुआ और इसे सामाजिक आलोचना के रूप में देखा जाता है। कहानी में, एक समूह के लोग एक होटल में इकट्ठा होते हैं, जहाँ वे अपने जीवन, संबंधों और समाज के मुद्दों पर चर्चा करते हैं।
इस नाटक में मानव स्वभाव और सामाजिक संरचना की जटिलताओं को उजागर किया गया है। पात्रों के बीच की बातचीत और संघर्ष दर्शकों को सोचने पर मजबूर करते हैं। "द फ्लाईज" को थियेटर में एक महत्वपूर्ण कृति माना जाता है।