द्रोणाचार्य
द्रोणाचार्य एक प्रसिद्ध गुरु और योद्धा थे, जो भारतीय महाकाव्य महाभारत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे पांडवों और कौरवों के गुरु थे और उन्हें युद्ध की कला में प्रशिक्षित किया। द्रोणाचार्य का जन्म गुरु द्रोण के रूप में हुआ था और वे अर्जुन के विशेष गुरु माने जाते हैं।
द्रोणाचार्य ने अपने ज्ञान और कौशल के लिए कई युद्धों में भाग लिया। उन्होंने अर्जुन को तीरंदाजी में निपुण बनाया और उन्हें कई महत्वपूर्ण तकनीकें सिखाईं। द्रोणाचार्य की कहानी में शिक्षा, गुरु-शिष्य संबंध और युद्ध की नैतिकता के महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं।