थिरुवल्लुवर
थिरुवल्लुवर एक प्रसिद्ध तमिल कवि और दार्शनिक हैं, जो लगभग 2,000 साल पहले जीवित थे। उन्हें तमिल साहित्य के महानतम लेखकों में से एक माना जाता है। उनका सबसे प्रसिद्ध काम, थिरुक्कुरल, जीवन के विभिन्न पहलुओं पर नैतिकता और ज्ञान के सिद्धांतों को प्रस्तुत करता है।
थिरुवल्लुवर की शिक्षाएँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं। उनका काम न केवल तमिल संस्कृति में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मानवता के लिए भी सार्वभौमिक मूल्य प्रदान करता है। उनकी शिक्षाएँ प्रेम, न्याय, और सदाचार पर जोर देती हैं, जो सभी के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत हैं।