गॉथिक रिवाइवल
गॉथिक रिवाइवल एक वास्तुशिल्प आंदोलन है जो 18वीं और 19वीं शताब्दी में विकसित हुआ। यह आंदोलन गॉथिक वास्तुकला की विशेषताओं को पुनर्जीवित करता है, जैसे कि नुकीले मेहराब, ऊँची छतें और जटिल सजावट। इसे अक्सर रोमांटिकिज़्म के साथ जोड़ा जाता है, जो प्राकृतिक और ऐतिहासिक तत्वों की ओर ध्यान केंद्रित करता है।
इस शैली का प्रमुख उदाहरण वेस्टमिंस्टर एब्बे है, जिसे 1840 में पुनर्निर्मित किया गया था। गॉथिक रिवाइवल ने न केवल चर्चों और महलों में, बल्कि यूनिवर्सिटी भवनों और सार्वजनिक संरचनाओं में भी प्रभाव डाला। यह आंदोलन आज भी कई आधुनिक डिज़ाइन में देखा