गुरु गोबिंद सिंह
गुरु गोबिंद सिंह सिख धर्म के दसवें गुरु थे, जो 1666 में जन्मे और 1708 में निधन हुए। उन्होंने सिखों को एकजुट करने और खालसा पंथ की स्थापना की, जो धार्मिक और सामाजिक समानता का प्रतीक है।
गुरु गोबिंद सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब को अंतिम गुरु के रूप में मान्यता दी। उन्होंने शस्त्र विद्या में भी महारत हासिल की और अपने अनुयायियों को आत्मरक्षा के लिए सिखाया। उनका जीवन साहस, बलिदान और धर्म के प्रति निष्ठा का उदाहरण है।