क्लासिकल यांत्रिकी
क्लासिकल यांत्रिकी, जिसे न्यूटनियन यांत्रिकी भी कहा जाता है, भौतिकी की एक शाखा है जो वस्तुओं की गति और बलों के बीच संबंधों का अध्ययन करती है। यह सिद्धांत सर आइज़क न्यूटन द्वारा विकसित किया गया था और इसमें गति के तीन नियम शामिल हैं, जो वस्तुओं के व्यवहार को समझाने में मदद करते हैं।
यह यांत्रिकी मुख्य रूप से द्रव्यमान, बल, और गति के सिद्धांतों पर आधारित है। क्लासिकल यांत्रिकी का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे इंजीनियरिंग, खगोलशास्त्र, और यांत्रिकी, जिससे हम प्राकृतिक घटनाओं को समझ सकते हैं।