कॉन्ट्रास्ट डिटेक्शन
कॉन्ट्रास्ट डिटेक्शन एक प्रक्रिया है, जिसमें हमारी आँखें और मस्तिष्क विभिन्न वस्तुओं के बीच अंतर को पहचानते हैं। यह तब होता है जब हम किसी वस्तु के रंग, आकार या प्रकाश के स्तर में भिन्नता देखते हैं। उदाहरण के लिए, एक काले और सफेद चित्र में, काले और सफेद रंगों के बीच का अंतर हमें चित्र को समझने में मदद करता है।
यह प्रक्रिया न केवल दृष्टि में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह कंप्यूटर विज़न और इमेज प्रोसेसिंग में भी उपयोगी है। मशीनें भी कॉन्ट्रास्ट डिटेक्शन का उपयोग करके चित्रों में वस्तुओं को पहचान सकती हैं। इस प्रकार, यह तकनीक विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।