कन्नड़ लिपि
कन्नड़ लिपि एक प्राचीन भारतीय लिपि है, जो मुख्य रूप से कन्नड़ भाषा को लिखने के लिए उपयोग की जाती है। यह लिपि ब्राह्मी लिपि से विकसित हुई है और इसकी विशेषता गोल आकार के अक्षरों में है। कन्नड़ लिपि का उपयोग कर्नाटका राज्य में और आसपास के क्षेत्रों में किया जाता है।
कन्नड़ लिपि में 49 अक्षर होते हैं, जिनमें 14 स्वर और 34 व्यंजन शामिल हैं। यह लिपि संस्कृत और अन्य भाषाओं के लिए भी उपयोगी है। कन्नड़ लिपि का विकास समय के साथ हुआ है और यह आज भी कन्नड़ साहित्य और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।