आर्थिक समानता
आर्थिक समानता का अर्थ है कि सभी व्यक्तियों को आर्थिक संसाधनों और अवसरों तक समान पहुँच हो। इसका उद्देश्य समाज में धन और संसाधनों का समान वितरण करना है, ताकि हर व्यक्ति को अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने का समान अवसर मिले।
यह अवधारणा समाजवाद और न्याय के सिद्धांतों से जुड़ी है। आर्थिक समानता से न केवल व्यक्तिगत जीवन स्तर में सुधार होता है, बल्कि यह सामाजिक स्थिरता और विकास को भी बढ़ावा देती है। जब सभी को समान अवसर मिलते हैं, तो समाज में समृद्धि और सहयोग की भावना बढ़ती है।