हिरण्यकश्यप
हिरण्यकश्यप एक प्राचीन भारतीय पौराणिक पात्र है, जो पुराणों में वर्णित है। वह दैत्यों का राजा था और अपने पुत्र प्रह्लाद के प्रति अत्यंत क्रोधित था, क्योंकि प्रह्लाद भगवान विष्णु की पूजा करता था। हिरण्यकश्यप ने अपने साम्राज्य में भगवान विष्णु की पूजा पर प्रतिबंध लगा दिया था।
हिरण्यकश्यप की कहानी में उसकी शक्ति और अहंकार का वर्णन है। उसने अपने आप को अमर मान लिया था और यह सुनिश्चित करने के लिए कई कठिन तप किए। अंततः, भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लेकर हिरण्यकश्यप का वध किया, जिससे यह सिद्ध हुआ कि सच्चाई और धर्म हमेशा जीतते हैं।